प्रेरितो कै काम 10:47 - Sirmouri47 “ईन लोगो खे आँमों ही जेष्णीं पबित्र-आत्त्मा भेंटी रंऐ, तअ तबे कियों ईनू लोग कुँऐं नहाँण-नहाँणों शे रूकी सको, के पाँणी देंदे भाजी सको?” အခန်းကိုကြည့်ပါ။सिरमौरी नौवाँ नियम47 “का ऐबै कुणिए इनु पाणी लैई रौकै सौकौ कै ऐजै बपतिस्मा नी पांव, जिनुवै आमु साए पौरमेशवर की औरौ शै पवित्र आत्मा पाए राए?” အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |
अरह् तबे ऐक चींन के रूप दा तेने खतना धारण करा। जू तेसी बिश्वाष के नंतीजे शा पंणमिश्वर की नंजरी दे ऐक बै-कसूर की छ़ाप थी, जू तेसी बख्ते दे:खाऐ थी, जेख्णों तेस्का खतना ने हऐ रंई थी। ईन्देंखे तेसी तिनू सोभी का बाबा माँना गुवा, जुण्जे बिना खतने के बिश्वाषी असो। ईन्देंखे सेजे लोग भे पंणमिश्वर की नंजरी दे बै-कसूर माँनें गुऐ;