किन्देंखे के जे मंन की हिछ़या हों, तअ दाँण तिन्दें के मुताबिक धारण भी करो ज़ाँव, जुण्जों तैस कैई असो ऐ, ना के तिन्दें के मुताबिक जुण्जो तैस कैई आथी ने।
अरह् ऐत्ती ने, परह् से कलीसियों दा जाँणा-गीणा असो; के ऐसी दाँण की काँम-काज़ खे अमाँरी गईलो डियाल़ा ज़ाँव। आँमें ऐजी सेवा ईन्देंखे करह्, के प्रभू के बड़ियाऐ अरह् सहाय्ता-मंद्दत कर्णो खे अमाँरे मंन की तियारी भे पर्गट हऐ ज़ाँव।
किन्देंखे के तुवाँरे मंन के हिछ़्या हाँव जाँणू ऐ, जिन्दें के जाँणें मुँऐं मकिदुनि के रंहणों वाल़े लोगों के सहाम्णें भे तुँवारी तारीफ करी थी: के अखया के लोग ऐक साल शुभे तियार असो, अरह्, तुवाँरे होंस्ले ऐ ओके भे भहिते लोग तियार करे।