परह् पंण्मिश्वर का धन्यबाद हों, जू मसीया दी सदा आँमों खे जय की खुशी दे नियों फिरह्, अरह् आप्णें ज्ञाँन की खुष्बू अमाँरे जाँणें ढिक्को हर जागे दी फईलाऐ दियो।
किन्देंखे के तुवाँरे कागी शा ना के मकीदुनिया अरह् अख़ेया दा प्रभू का बचन शुँणाँया गुआ, परह् तुवाँरा बिश्वाष की जू पंण्मिश्वर गाशी असो, ढिको ऐजी ही चर्चा फऐली गऐ, के आँमों बुल्णों के जरूरत ही ने हई।