20 तेथै तुँऐं ही अमाँरी बड़ियाऐं अरह् खुशी हंदी।
20 अमारै बौड़ाए औरौ खोशे तुऐंई औसौ।
होर, मर्दो खे मूँड खट्णों ठीक ने आथी, किन्देखे के से पंणमिश्वर का सरूप अरह् बड़ियाऐ असो; परह् तिरंई मर्दों की बड़ियाऐ असो।
जैष्णों तुँओं मुझ्शो कंई ऐ मानी पाव, के आँमें तुवाँरे तारीफ का कार्ण असो, तैष्णें ही तुँऐं भे प्रभू यीशू के देसे अमाँरे बारे दा तारीफ का कारण बणले।
ईन्देंखे जबे अमाँरे हजो ठहरी ने, तअ आँमें ऐजो जाँणीं पाव के एथेन्स नंगर दो ऐकली रंहणों पड़दो;