1 पतरस 5:8 - Sirmouri8 च़ौक्क्ष रूऐ, अरह् बीऊँजी रूऐ; किन्देंखे के तुवाँरा बिरोधी शैतान नाँदिणों वाल़े सिंह के जेष्णाँ ऐसी ताक दा रंह, के कोसी ऊपाड़ियों खाऊँ। အခန်းကိုကြည့်ပါ။सिरमौरी नौवाँ नियम8 चौकश रौव, औरौ जागदै रौव, जिथुकै शैतान, तोंवारा दुशमन तुऔं पांदी वार कौरणा चांव ताकि तुऐं पौरमेशवर कै आज्ञा ना मानौ। सै हुंगरौणौवाल़ै शेरो कै जैशणा औसौ, जू आगै-पाछैदा दैखौए कै सै कोसी कै खाए सौकौ। အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |
तुऐं आप्णें बाबा शैतान के असो, अरह् तुऐं आप्णें बाबा के हिछ़या पुरी कर्णी चहाँव; से शुरू शा ही ऊँबा हत्त्यारा असो। अरह् से सच्चाई का हिस्सा कंद्दी ने बंणीं, किन्देंखे के तेस्दी सच्चाऐ ने आथी; किन्देंखे के जबे भे से झुठो बुलो, तअ से आप्णें ही सभाव के कारण बुलो; किन्देंखे के से झुठा, अरह् झुठे का बाबा असो।
तबे मुँऐ कोसी स्वर्गो दा ऐजी घोष्णाँ जुराल़ी कर्दे शुणाँ: “ऐबे अमाँरे पंण्मिश्वर का छ़ुट्कारा मुँक्त्ति अरह् राज अरह् मसीया का हंक-अधिकार पर्गट हंऐ गुवा। किन्देखे के अमाँरे भाऐ-बंईणों गाशी दोष-कसूर लाणों वाल़ा, जुण्जा रात्ती-देसो अमाँरे पंण्मिश्वर के सहाँम्णें तिनू गाशी दोष-कसूर लाँव थिया तेसी ऐबे ऊदा फ़ेरकाऐ पाया।
ईन्देंखे हे स्वर्ग; अरह् ईन्दें रंहणों वाल़े लोग, आँनन्द-खुशी मंनाँऐयों अरह् मंगन हऐ ज़ाव! परह् फ़िट्कारा असो, ईयों धर्ती, अरह् समुँन्द्रों खे; किन्देंखे के ऐ ऐजो जाँणीं पाँव के तुवाँरा बंख्त्त हजो ठीका ही असो, किन्देंखे के शैतान तुओं तोड़ी पंह्ऊँचीं गुवा, अरह् से बैजाऐ रोषै शा भरी गुवा, किन्देंखे के तेस कैई ऐजा पता लागी गुवा, के ऐबै मेरा बंख्त्त ठींका ही असो।”