1 पतरस 3:4 - Sirmouri4 परह् तुँवारी चुप्पी बिना दे:खी इंनसाँनिय्त, अरह् नरमाँऐं वाल़ा मंन की गरबाई जिन्दे के सजावट कोद्दी ने मिट्दी से संज्जी अंदी रंह्, किन्देंखे के पंणमिश्वर की नंजरी दा ईन्दें का मोल बैजाऐ बड़ा असो। အခန်းကိုကြည့်ပါ။सिरमौरी नौवाँ नियम4 पौरौ तुऔं भीतरो शै आणौवाल़ै नम्र औरौ शान्त बर्ताव कै सुन्दरता लैई आपी कै सुन्दर बौणणौ चैंई। ऐजी सुन्दरता कौलोंई ना मिटौ, औरौ पौरमेशवर कै नज़र दै बैजाए कीमती औसौ। အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |