16 अरह् तुवाँरा बिचार-जमीर भे पबित्र थुऐं, ईन्देंखे के जिन बातो के बारेदे तुँवारी बदनाँमी हों, तिन्दे के बारे देसे, जू मसीया दे तुवाँरे आछे चाल-चलण दी बदनाँमी करह् से आपु भे सरमाँऐं ज़ाव।
परह् आँमें बै-शर्मी की अरह् चुप्पी की काँम-काज़ छ़ुड़ी दिती, ना चपलुसी शे चाल्दे, अरह् ना पंण्मिश्वर के बचन दी किऐं मिलावट कर्दे; परह् सच्चाऐ पर्गट करियों, पंण्मिश्वर के साम्णें ऐक नाँम आदमी के मंन दी आप्णी भलाऐ बईठाल़ो।
हाँव रात्त-देस आप्णी प्रार्थनाओं दे तुओं चींत्ते कर्दे पंण्मिश्वर का धन्यबाद करू, जिनकी सेवा हाँव आप्णें शुद्ध बीचार शी तेष्णीं ही करू; जेष्णीं के मेरे पुराँणिऐं करह् थिऐ।
तअ तबे मसीया को लह्ऊँ जिन्ऐं आपु आप्खे सदा अमर रंहणों वाल़ी आत्त्मा के कारण पंण्मिश्वर के सहाँम्णें नीर-दोष बंल़ीदाँण के रूप दा भेंट कंरियों चड़ाया; तअ तबे तुवाँरी अंन्त्तर आत्त्मा के मँरे अंदे कामों शे से कैई ने शुद्ध कर्दी? जू तुऐं जीऊँदें पंण्मिश्वर के सेंवा करी सको।