20 किन्देंखे के पंणमिश्वर को राज्य बातो दो ने, परह् शक्त्ति दो असो।
20 जिथुकै पौरमेशवर का राज्य लोगौ कै जीवन दी तिनकी बातौ लैई नी बल्कि तिनकै कामौ लैई दैखिणा चैंई।
किन्देंखे के हाँव यीशु मसीया की खुषख्बरी दा सरमाँदा ने, ईन्देंखे के से ऐक नाँम बिश्वाष कर्णो वाल़े खे आगे यहूदी खे, तबे यूनानी खे, मुँक्त्ति के मुँताबिक शी पंणमिश्वर के शक्त्ति असो।
किन्देंखे के पंणमिश्वर को राज खाँणों-पिणों ने, परह् नियाँव, अरह् मेल-मिलाप, अरह् सेजा आँनन्द-खुशी असो, जू पबित्र-आत्त्मा शा हों।
अरह् चींन-निशाँणी अरह् बड़े काँम-काज़ की शक्त्ति शी अरह् पबित्र-आत्त्मा की शक्त्ति शी मेरे जाँणें करी; ऐतै ज़ूगी के मुँऐ यरूशलेम शी ऊँडी चौऊँँ ढबे इल्लुरिकुम तोड़ी मसीया की खुषख्बरी का पुरा-पुरा प्रचार करा।
परह् जू बईदे अंदें असो, भाँव यहूदी भाव यूनानी, तिनखे मसीया पंणमिश्वर की शक्त्ति अरह् पंणमिश्वर का ज्ञाँन असो।
अरह् मेरे बचन, अरह् मेरे प्रचार दी ज्ञाँन की लाल़च देणों वाल़ी बातो ने थी, परह् पबित्र-आत्त्मा अरह् शक्त्ति का नंतिजा थिया,
किन्देंखे के जे हाँव तेसी हंक-अधिकार के बारे दा किऐं जादा शियाँगीऊँ, के किऐ दे:खावा करू, जुण्जा प्रभू ऐ तुँओं बिगाड़्णों खे ने, परह् तुँओं बंणाँणों खे आँमों खे देऐ थुवा; तअ हाँव तिन्दा शर्मिन्दा ने हंदी।
किन्देंखे के अमाँरी खुषख्बरी तुँओं कैई सिर्फ शब्द मात्र ही ने आथी, परह् शक्त्ति अरह् पबित्र-आत्त्मा दे, अरह् पाक्कै इरादे आरी पऊँची रंऐ; जेष्णों तुँऐं जाँणों ऐ के आँमें तुँवारी ताँईऐ तुँओं मुझी कैष्णें बंणी रंह् थिऐ।