“ये बाते चे वास्ते महायाजक ते सारे बङके ग़वाह छी, कि वांचे कनु, मैं भावां चे नांवा उपर चिठ्ठीया गेहती कर दमिश्क नु जाये पलता, कि जको ओठे हो वानु वी ङण्ड ङिवाणे चे वास्ते ब़ांथी कर यरुशलेम गेहती आवे।
वाणे पौलुस नु केहले कि, “ना ते अम्हानु दुधे बारे मां कुई चिठ्ठी मिड़ली, ते ना ही यहूदी प्रधाना महु इठे आती कर दुधे बारे मां कोच्छ बावड़ले, ते ना ही दुधी कुई बुराई करली।
अन्द्रनीकुस ते यूनियास नु जको माये कुणम्बे चे छी, ते माये लारे कैद हुले हुते, ते प्रेरितां मां मनले आले छी, ते माये कनु पेहले मसीही हुले हुते, नमस्कार।
ऐवास्ते मैं तम्हानु चिताती ङिये कि जको कुई नरीकारा ची आत्मा ची अगुवाई लारे ब़ोले ऊं ना किही कि, “ईशु श्रापित छै,” ते ना कुई पवित्र आत्मा चे बिना केह सग़े कि, “ईशु प्रभु छै।”
मैं तम्चे वास्ते घणी खुशी लारे खर्च करी बल्कि आपणे आप नु वी ङिती ङी। का जितना बधती कर मैं तम्चे लारे प्रेम राखे, ओचे कनु घटातीकर तम्ही माये लारे प्रेम राखा?
ऐवास्ते जितने लौक व्यवस्था चे कामा उपर भरोसा राखी वे श्राप चे गुलाम छी कांकि लिखले आले छै कि “जको कुई व्यवस्था चीया सारीया बाता पुरीया करने मां मजबूत ना रिही ऊं श्रापित छै। ”