हमा मैं तम्हानु दास नी किही, कांकि कुई दास ना जाणी कि ओचा मालिक का करे वे। बल्कि मैं तम्हानु मित्र किहे पला कांकि मैं तम्हानु हर हेक बात बावड़ती ङिली जको मैं आपणे ब़ा नरीकारा कनु सुणली।
कांकि पाप चा शरीर ची बुरी लालसा पवित्र आत्मा चे विरोध मां, ते पवित्र आत्मा शरीरा ची बुरी लालसा चे विरोध मां इच्छा करे ये हेके ङुजे चे विरोधी छी, कांकि जको तम्ही करना चाहवा ऊं ना कर सग़ा।