4 ऐवास्ते वे मौत चा बपतिस्मा गेहणे लारे अम्ही ओचे लारे दफनाले गेले, ताकि जिंवे मसीह परमपिता ची महिमा चे जरिये मरला आला महु जिवाला गेला, यूहीं ही अम्ही वी नवें जीवन चे अनुसार चाल चलु।
मैं तम्ची शरीरिक दुर्बलता ची वजह इन्साना ची रीति उपर किहे। जिंवे तम्ही आपणे शरीरा चे अंगा नु कुकर्म चे वास्ते अशोद्धता ते कुकर्म चे दास बणाती कर सोंपले हुते, यूंही ही हमा आपणे शरीरा चे अंगा नु पवित्रता चे वास्ते धार्मिकता चे दास करती कर सोंपती ङिया।
पर जाये बन्धन मां अम्ही हुते ओचे वास्ते मरती कर, हमा व्यवस्था कनु छुटती गेले कि, लिखली आली पुराणी व्यवस्था उपर कोनी, बल्कि नरीकारा ची आत्मा ची नवीं रीति उपर सेवा करु वी।
ऐवास्ते मैं किहे पला ते प्रभु नु ग़वाह बणाती कर तम्हानु चिताती कर किहे पला कि जिंवे नेरीया जातिया चे लौक आपणे मना ची बेकार रीति उपर चली यूंही तम्ही ना चला।
ते ओही पाणीया ची मिसाल वी यानिकि बपतिस्मा, ईशु मसीह चे जीते हुवणे चे जरिये, हमा तम्हानु बचावे, ओचे कनु शरीरा चे मैल नु दूर करने चा मतलब कोनी छै, पर शोद्ध विवेक लारे नरीकारा चे हाथा मां हुती जाणे चा मतलब छै।