13 कांकि व्यवस्था ङिले जाणे तक पाप संसारा मां तां हुता, पर जिठे व्यवस्था कोनी, ओठे पाप गिणला ना जता।
व्यवस्था चे कामा लारे कुई वी इन्सान नरीकारा चे सामणे धर्मी ना ठहरी, कांकि सेर्फ व्यवस्था चे जरिये पापा ची पिछाण हुवे।
कांकि व्यवस्था तां नरीकारा चा क्रोध पैदा करे। जिठे व्यवस्था कोनी ओठे विचा उलंघन वी कोनी।
मौत चा ङंग पाप छै, ते पाप ची ताकत व्यवस्था छै।
अम्ही जाणु कि अम्ही मौत कनु पार हुती कर जीवन मां पुज़ले। कांकि अम्ही भावां ते ब़ेहणीया लारे प्रेम राखु। जको प्रेम ना राखी ओ मौत ची दशा मां रिहे।
जको कुई पाप करे, ऊं व्यवस्था नु ना मनी ते व्यवस्था नु ना मनणे ही पाप छै।