19 अम्ही जाणु कि व्यवस्था जको कोच्छ किहे, वा वानु ही किहे जको व्यवस्था चे अधीन छी। ताकि हर-हेक चे मुँह बन्द करले जाओ, ते सारा संसार नरीकारा चे ङण्ड चे लायक ठहरो।
जिसे बेले लौका ने ईं सुणले ते सारा महु पेहले बङा कनु लाती कर छोटा तक, वांचे महु हेक-हेक करती कर उठु खिसकु लाग़ली, ते ईशु ओठे हेकला रेहती गेला, ते वा असतरी वी उठी भिली रेहली।
जिसे बेले कनु संसारा ची रचना हुली, नरीकारा चे अणङेखले गोण, ते हमेशा ची शक्ति, ते नरीकारा चा सुभाव, साफ-साफ ङिसे ते सृष्टि चे जरिये नरीकारा नु जाणले वी जाये। ऐवास्ते लौका कनु कुई बहाना कोनी।
ऐवास्ते जितने लौक व्यवस्था चे कामा उपर भरोसा राखी वे श्राप चे गुलाम छी कांकि लिखले आले छै कि “जको कुई व्यवस्था चीया सारीया बाता पुरीया करने मां मजबूत ना रिही ऊं श्रापित छै। ”