कांकि वां बाता नु छोड़ती कर मनु नेरी कुई बात केहणे ची हिम्मत कोनी, जको मसीह ने नेरीया जातिया नु नरीकारा ची अधीनता स्वीकार करने वास्ते माये वचन, ते कर्म,
का हुले अगर नरीकारा ने आपणा क्रोध ङिखाणने ते आपणी सामर्थ प्रकट करने ची इच्छा लारे क्रोध चे ठांवा ची, जको विनाश वास्ते तियार करली गेली हुती, बङे सब्रा लारे सहन करती गेले,
कांकि मनु ङर छै कि, कङी इसड़े ना हो कि, मैं आती कर जिसड़े चाहवे, उसड़े तम्ही ना लाभा, ते मनु वी जिसड़े तम्ही ना चाहवा उसड़े ही ङेखा कि, तम्चे मां झग़ड़ा, डाह, गुस्सा, विरोध, ईर्ष्या, चुग़ली, अंहकार ते व्यवस्था ठीक ना हो।
विश्वासा लारे ही अब्राहम जिसे बेले हकारला गेला तां आज्ञा मनती कर इसड़ी जग़हा निकलती गेला जानु विरासत मां गेहणे आला हुता ते ईं ना जाणता, कि ओ किठे जाये पला, तां वी निकलती गेला।
हे घराआलीया तम्ही वी आपणे मुणसा चे वशा मां रिहा। ऐवास्ते कि अगर यांचे महु कुई इसड़े हो जको वचन नु ना मनते हो, तांवी तम्चे भय लारे पवित्र चाल-चलन नु ङेखती कर बिना वचन चे आपणी-आपणी घराआली चे चाल-चलन चे जरिये छिकिती जाओ।
कांकि ओ समय आती गेला, कि पेहले नरीकारा चे लौका चा न्यां करला जई, ते जबकि न्यां ची शुरुआत अम्चे ही कनु हुवी। ते वा लौका चा का अन्त हुवी जको नरीकारा चे सुसमाचार नु ना मनी? जिंवे शास्त्र मां लिखले पले,
ते ओ नरीकारा चे गुस्से ची मदिरा जको मुंगरा मां नाखली गेली पीयें, ते पवित्र स्वर्ग़दूता चे सामणे, ते मैमणे चे सामणे जाखते ते गन्धक चे दर्दा मां पड़ला रिही।
ते ओ बङे शहरा ची तीन टुकड़ी हुती गेली, ते जाति-जाति चे शहर ढेती पले, नरीकारा ने बेबीलोन ची महानगरी नु ङण्ड ङेणे चे वास्ते याद करले हुते, कि ओ आपणे खतरनाक गुस्से ची मदिरा ओनु पिलाओ।