बल्ति ओ थोड़ा नेरा उग़ते बधती कर मुँहा चे भराणे ढेला, ते हा प्राथना करली, “हे माया ब़ा, अगर हो सग़े तां हा मुंगर माये कनु टलती जाओ, तां वी जिसड़े मैं चाहवे उसड़े ना, पर जको तु चाहवी उसड़े ही हो।”
अगर मैं वांचे मां ऊं काम ना करियो जको मैं करले तां वे पापा चे भाग़ी ना हुवीया। पर हमा वाणे ङेखती गेले जको मैं करले। तां वी वे माये लारे ते माये ब़ा लारे बैर करी।