ऐवास्ते हे माये भऊ, का करने चाही छै? जिसे बेले तम्ही भेले हुवा, हर-हेक चे दिला मां भज़न, जा उपदेश, जा नेरीया भाषा, जा दर्शन, जा नेरीया भाषा चा मतलब बावड़ना रिहे सब कोच्छ आत्मिक बढोतरी वास्ते हुवणे चाही छै।
तम्ही हालि तक समझते पले वा, कि अम्ही तम्चे सामणे सफाई ङिऊं पले। इसड़े कोनी। अम्ही तां नरीकारा नु मौजुद जाणती कर मसीह मां ब़ोलु। ते हे प्यारे, जको कोच्छ अम्ही किहुं ते करु ऊं तम्ची बढ़ोतरी वास्ते ही किहुं।