“ङेखा, तम्ही यां छोटा महु कानु वी तोच्छ ना जाणा, कांकि मैं तम्हानु किहे पला कि स्वर्ग़ा मां वांचे स्वर्ग़दूत माये स्वर्ग़ीय ब़ा नरीकारा चे मुँह सदा ङेखी।
ते ऊठला बसन्दा ने अम्चे उपर बङी दया करली, लगातार बारशी चे वजह तापमान मां गिरावट आती गेली हुती, सर्दी ची वजह कनु वाणे अम्चा स्वागत करला ते जाखते ब़ालती कर अम्चा स्वागत करला।