21 पर नरीकार इस्राएलीया चे बारे मां किहे, “मैं हर ङिओ हेक आज्ञा ना मनणे आली हठीली, ते वाद-विवाद करने आली प्रजा नु स्वीकार करने वास्ते हाथ फैलाली रेहला।”
ते वे नेरीया जातिया नु वांचे उद्धार वास्ते बाता करने कनु अम्हानु रोकी, नतीजा हा छै, कि वे सदा आपणे पापा चे ठां भरते रिही, पर अन्त मां तां नरीकारा चा भयानक गुस्सा वांचे उपर आती पुज़ला।
हेक इसड़ा पत्थर जाये कनु वे ठोकर खई, हेक इसड़ी चट्टान जाये उपर वे फिसलती कर ढेती पड़ी।” वे वचना मां विश्वास ना करने चाहवी, ऐवास्ते वे ठोकर खाती कर ढेती पड़ी। हाओ वांचे भाग़ा मां लिखले पले।