“कुई बन्दे ङोन मालिका ची सेवा ना कर सग़ी, कांकि ओ हेके लारे बैर ते ङुजे लारे प्रेम राखी, जा हेके लारे मिड़ला रिही ते ङुजे नु तोच्छ जाणी। तम्ही नरीकार ते धन ङुंहु ची सेवा ना कर सग़ा।
कांकि मनु ङर छै कि, कङी इसड़े ना हो कि, मैं आती कर जिसड़े चाहवे, उसड़े तम्ही ना लाभा, ते मनु वी जिसड़े तम्ही ना चाहवा उसड़े ही ङेखा कि, तम्चे मां झग़ड़ा, डाह, गुस्सा, विरोध, ईर्ष्या, चुग़ली, अंहकार ते व्यवस्था ठीक ना हो।
हे माये भऊ, तम्चे बारे मां अम्हानु हर समय नरीकारा चा धन्यवाद करना चाही छै, ते ईं ठीक वी छै, ऐवास्ते कि तम्चा विश्वास घणा बढ़ता जाये पला, ते तम्चा सब प्रेम आपस मां घणा ही बढ़ता जाये पला।
हमा ङेखा, जिसे बेले तम्ही सच्चाई चा पालन करते हुले, सच्चे भाईचारे चे प्रीति नु उजागर करने चे वास्ते आपणी आत्मा नु पवित्र करते गेले ते पवित्र मना लारे हेके ङुजे लारे प्रेम राखा।
मैं दुधे काम, ते दुधी मेहनत, ते दुधे सब्रा नु जाणे। ते ईं वी कि तु बुरे लौका नु ङेख ना सग़ी, ते जको आपणे आप नु प्रेरित किही, ते छी कोनी, वानु तु परखती कर कूड़े ङेखले।
“सरदीस ची कलीसिया चे दूता नु ईं लेख, “जाये गोढु नरीकारा चीया सात आत्मा, ते सात तारे छी, ओ ईं किहे पला कि मैं दुधे कामा नु जाणे, तु जीता तां किहवावी, पर छी मरला आला।