बल्ति मैं ङेखले कि माये सामणे सिय्योन पहाड़ा उपर मैमणे भिले। ते ओचे लारे हेक लख चवालीस हजार बन्दी छी वांचे मत्था उपर ओचे ते ओचे ब़ा चे नां लिखले आले छै।
अंगूरा नु शहरा चे ब़ाहरु ओ कुण्डे मां निचोड़ती गेले, ते ओ कुण्डे महु इतने लुहीं निकड़ले कि जितनी घोड़ा ची लगाम रिहे वांची बराबरी तक पुज़ती गेले ते लगभग तीन साऔ किलोमीटर तक बेहती गेले।
वे मैमणे लारे योद्ध करे, ते मैमणे वांचे कनु जीतती जई, कांकि ओ प्रभुआं चा प्रभु ते राजा चा राजा छै, ते जको हकारले गेले, ते चुणले आले, ते विश्वासी छी ओ ओचे लारे छै, वे वी जीतती जाये।”
बल्ति मैं स्वर्ग़ा नु खुड़ले आले ङेखले, ते ङेखे कि हेक चिट्टा घोड़ा छै, ते ओचे उपर हेक सवार छै, जको विश्वास चे लायक, ते सच्च किहवावे, ते ओ धर्म चे लारे फैंसला ते योद्ध करे।
ऐचे बाद मैं नजर करली, ते ङेखा, हर हेक जाति, ते कोल्ल, ते लौक ते भाषा महु हेक इसड़ी बङी भीड़, जानु कुई गेण ना सग़ते। चिट्टी ओढ़णी घाली आले ते आपणे हाथा मां खज्जी चा लड़ीया चले हुले सिंहासना चे सामणे ते मैमणे चे सामणे भिली।