व्यभिचार करने आले, पुरुषगमन करने आले, बन्दा नु बेचणे आले, कूड़ मारणे आले, ते कूड़ी कसम खाणे आले, ते याहनु छोड़ती कर खरे उपदेश चे सारे विरोधीया चे वास्ते ठहराली गेली।
“हे बेबीलोन शहर! वे सारीया खास चीजा, जाये मां दुधे मन लाग़ले आले हुते, तनु छोड़ती कर गेलीया पती, दुधी सारी सोख-शांति आज़ कोनी। ते ना ही कङी तनु वे मिले।