मनु खौद्द शर्मसार हुती कर केहणे पड़ले मनती गिहा कि अम्ही ब़ोहत कमजोर जा हुते। पर जिसी बाते मां कुई हिम्मत ङिखाणे, मैं वी मूर्खता लारे किहे पला कि मैं वी हिम्मत ङिखाणे।
बल्कि तम्ही आप जाणा, कि पेहले-पेहले फिलिप्पी मां ङोख चवणे ते जुलम सेहणे पर वी अम्चे नरीकारा ने अम्हानु इसड़ी हिम्मत ङिली, कि अम्ही नरीकारा चा सुसमाचार तकड़ा विरोध हुते हुले वी तम्हानु सुणाऊं।
ते अगर अम्ही मसीह चे प्रेरित हुवणे ची वजह तम्चे उपर बोझ नाख सग़ुया, तां वी अम्ही बन्दा कनु कद्दर ना चाहते, ते ना तम्हा कनु, ना नेरे काये कनु। पर जिंवे करती आई ब़ाला नु पालती पोसती रिहे, यूं करती अम्ही वी तम्चे बीच मां रेहती नरमाई ङिखाणली।