5 ऐचे उपर पतरस ने ईशु नु केहले, “हे रब्बी, अम्चे इठे रेहणे आच्छे छै, तां अम्ही तीन मण्डप बणाऊ, हेक दुधे वास्ते, हेक मूसा वास्ते, ते हेक एलिय्याह वास्ते।”
ऐचे उपर पतरस ने ईशु नु केहले, “हे प्रभु, अम्चे इठे रेहणे आच्छे छै। दुधी इच्छा छै तां अम्ही तीन मण्डप बणाऊ, हेक दुधे वास्ते, हेक मूसा वास्ते, ते हेक एलिय्याह वास्ते।”
बजारा मां नमस्कार, ते इन्साना मां ‘रब्बी’ किहवाणे वानु भावे।
पर तम्ही ‘रब्बी,’ ना किहवाजा, कांकि तम्चा हेक ही गुरु छै, ते तम्ही सारे भऊ छिवा।
ते वानु मूसा ते एलिय्याह ङिसले। वे ईशु लारे बाता करी पलते।
पतरस ना जाणता कि का किहे पला, ऐवास्ते कि वे ब़ोहत ङरती गेलते।
जब वे ओचे कनु जऊं लाग़ले, तां पतरस ने ईशु नु केहले, “हे स्वामी, अम्चे इठे रेहणे आच्छे छै, तां अम्ही तीन मण्डप बणाऊ, हेक दुधे वास्ते, हेक मूसा वास्ते, ते हेक एलिय्याह वास्ते।” पतरस ना जाणता कि का किहे पला।
ऐचे बीच ओचे चैला ने ईशु कनु हा बिनती करली, “हे गुरु, कोच्छ खाती गे।”
कांकि मैं ङुंहु चे आधे मां अधर लटकला पला, जी तां चाहवे कि आपणे जीवना कनु विदा हुती कर मसीह चे गोढु चाह्ला जाये। कांकि ईं माये वास्ते घणे आच्छे छै।
हे प्यारे, हमा वी अम्ही नरीकारा ची ऊलाद्ध छिऊं, ते हमा तक हा प्रकट कोनी हुले कि आणे आले समय मां अम्ही का कोच्छ हुं! इतने जाणु कि जिसे बेले ईशु मसीह प्रकट हुवी ते अम्ही ओचे समान हुती जऊं, कांकि ओनु उसड़े ही ङेखु जिसड़ा ओ छै।