ओणे वानु केहले, “आपणे विश्वास ची कमी ची वजह, कांकि मैं तम्हानु सच्च किहे पला, अगर तम्हानु राई चे ङाणे चे बराबर वी विश्वास हो, तां ऐ पहाड़ा नु केह सग़ा, ‘इठु सरकती कर ओठे चाह्ला जा’ तां ओ चाह्ला जई, नेरी कुई बात तम्चे वास्ते असम्भव नी हुवी।
प्रभु ने केहले, “अगर तम्हानु राई चे ङाणे चे बराबर वी विश्वास हो, तां तम्ही ऐ सतूता चे दरख्ता नु किहा, ‘जड़ही कनु उखड़ती कर समुन्दरा मां लाग़ती जा,’ तां ओ तम्ची मनती गिहा।
ते बिना विश्वास चे नरीकारा नु खौश करने अनहोणे छै, कांकि नरीकारा चे गोढु आणे आले इन्साना वास्ते ईं जरुरी छै ऊं हा विश्वास करो कि नरीकार छै ते ईं वी कि ओ वानु प्रतिफल ङिये, जको ओची खोज करी।