ते जेह्णे वी घर, जा भावां नु, जा ब़ेहणीया नु, जा ब़ा नु, जा आई नु, जा ब़ाला-ब़च्चा नु, जा खेता नु माये नांवा वास्ते छोड़ती ङिले, ओनु साओ गुणा मिली, ते ओ अनन्त जीवन चा अधिकारी हुवी।
पर मैं आपणे प्राणा नु कहीं वी ना समझी कि आपणे प्राणा नु प्यारे जाणे, बल्ति ईं कि मैं आपणी दोड़ नु, ते वे सेवा नु पुरी करे, जको मैं नरीकारा चे अनुग्रह चे सुसमाचार ची ग़वाही ङेणे चे वास्ते प्रभु ईशु ने जको मनु ङिली।
पर पौलुस ने उत्तर ङिला, “तम्ही ईं का करा पले, यूं रोती-रोती कर माये देल तरोड़ा पले? मैं तां यरुशलेम मां ना हेको ब़झणे चे वास्ते बल्कि, प्रभु ईशु चे नांवा वास्ते मरणे वास्ते वी तियार छै।”
ये वजह कनु मैं मसीह चे वास्ते कमजोरीया, अपमान, कष्ट, संकट, ते मुसीबता मां पुरी तरावें सन्तुष्ट छै। कांकि जिसे बेले मैं कमजोर रिहे, ओ बेले ही मैं बलवन्त रिहे।
ऐवास्ते अम्चे प्रभु ची ग़वाही चे लारे, ते माये कनु जको ओचा मैं कैदी छै, शर्मसार ना हो, पर वे नरीकारा ची ताकत चे अनुसार सुसमाचार चे वास्ते माये लारे ङोख चा।
ते वे मैमणे चे लुहींया ची वजह कनु, ते आपणी ग़वाही चे वचन ची वजह कनु, ओचे कनु जीतती गेले, ते वाणे आपणे प्राण नु प्यारे कोनी जाणले, इठे तक कि मौत नु वी सहन करती गेले।