3 कांकि फरीसी ते सारे यहूदी आपणे पुरखा ची परम्परा उपर चली, ते जब तक हर हालत, हाथ ना धोती गिही तब तक ना खई।
यूं करती तम्ही आपणी परम्परा कनु, जानु तम्ही ठहराले, नरीकारा चे वचना नु टालती ङिया, ते इसड़े-इसड़े ब़ोहत से काम करा।”
ऐवास्ते वां फरीसिया ते शास्त्रीया ने ईशु कनु पूछले, “दुधे चैले पुरखा ची परम्परा उपर कां ना चली ते बिना हाथ धोले रोटी खई?”
फरीसिया नु ईं ङेखती कर अचम्भा हुला कि ओणे रोटी खाणे कनु पेहले इश्नान कोनी करला।
ओठे यहूदिया चे शोद्ध करने ची रीति चे अनुसार पत्थरा चे छाऔ बङे मटके पलते ले, हर हेक मटके मां ङोन जा तीन मण पाणी आते।
आपणे घणे जाति आला नु जको माये उम्री चे हुते, यहूदी पन्था मां ज्यादा बधाता ते आपणे ङाङा-ब़ा ची रिति-रिवाजा वास्ते मैं घणा ही होंसला बढाता।
चौकस रिहा कि कुई तम्हानु ओह भौतिक ज्ञान ते बेकार धोक्के लारे शिकार ना करती गिहो, जको बन्दा ची परम्परा ची मत्त ते संसारा ची बुरी आत्मा ची शिक्षा चे अनुसार छै, पर मसीह चे अनुसार कोनी।
कांकि तम्ही जाणा, कि तम्चा निक्कमा चाल-चलन जको ङाङा-ब़ा कनु चड़ला आवे ओचे कनु तम्चा छुटकारा चान्दी सोने यानिकि नाशवान चीजा चे जरिये कोनी हुला,