“पवित्र चीज कुत्ता नु ना ङिया, कङी इसड़े ना हो कि पलटती कर तम्हानु फाड़ती नाखो। ते आपणे मोत्ती सूअरा चे सामणे ना नाखा। इसड़े ना हो कि वानु आपणे पग़्ग़ा तले लताड़ती नाखो।
मरला आला महु जीते हुवणे ची बात सुणती कर कोच्छ लौक तां ओचे उपर मजाक करु लाग़ती गेले, पर नेरे कईयां ने केहले कि, “यां बाता चे बारे मां अम्ही बल्ति कङी दुधे कनु होर ज्यादा सुणु।”