33 तब वा असतरी ईं जाणती कर कि माई किसड़ी भलाई हुली, ङरती ते कांपती हुली आली, ते ओचे पग़्ग़ा मां ढेती कर ओनु सारा हाल सच्च-सच्च केहती ङिला।
वे ब़ोहत ही ङरती गेले ते आपस मां ब़ोले, “हा कूण छै कि अन्धारी ते पाणी वी ऐची आज्ञा मनी?”
बल्ति ओणे ओनु ङेखणे वास्ते जेह्णे ईं काम करले हुते चारो-तरफ नजर घुमाली।
ईशु ने विनु केहले, “धूउ, दुधे विश्वास ने तनु ठीक करले। खुशी लारे जा, ते आपणी ये बिमारी कनु बचली रेह।”
जकरयाह ङेखती कर घब़राला ओचे उपर ब़ोहत बङा ङर छात्ती गेला।
ओ सनेसे लारे मरियम घणी घब़राती गेली ते सोचु लाग़ली, “हा किसड़ा समाचार छै?”
जब असतरी ने ङेखले, कि मैं लोक्क ना सग़ी, तब वा कांपती हुली, ते ओचे पग़्ग़ा मां ढेती कर सारे लौका चे सामणे बावड़ले कि विणे किसी वजह कनु ओनु छूले, ते किवें तुरन्त चंगी हुती गेली।