40 ते वानु केहले, “तम्ही कां ङरा पले? का तम्हानु हमा तक विश्वास कोनी?”
ईशु ने तुरन्त आपणा हाथ आग़ु करती कर पतरस नु पकड़ती गेले ते ओनु केहले, “हे अल्पविश्वासी, तु कां शक्क करला?”
ईं जाणती कर, ईशु ने वानु केहले, “हे अल्पविश्वासी, तम्ही आपस मां कां विचार करा पले कि अम्चे कनु रोटी कोनी?
ऐवास्ते अगर नरीकार जंगला चे खड़ा नु, जको आज़ छै ते सुवारे भाड़ मां झोंकती ङिले जई, इसड़ी ओढ़णी घलावे, तां हे अल्पविश्वासी लौक, ओ तम्हानु ऐकनु बढ़ती कर कां नी घलावी?
ईशु ने वानु केहले, “हे अल्पविश्वासी लौक, कां ङरा पले?” बल्ति ओ खड़ा हुती कर अन्धारी नु ते पाणीया नु दड़काले, ते सब शान्त हुती गेले।
वे ब़ोहत ही ङरती गेले ते आपस मां ब़ोले, “हा कूण छै कि अन्धारी ते पाणी वी ऐची आज्ञा मनी?”
तब ओणे वानु केहले, “तम्चा विश्वास किठे हुता?” पर वे ङरती गेले ते हैरान हुती कर आपस मां किहुं लाग़ले, “हा कूण छै जको अन्धारी ते पाणीया नु वी आज्ञा ङिये, ते वे ओची मनी।”