पर ईशु आप ब़ेड़ी चे भांसले हेंस्से मां गद्दी उपर नूहला पलता। तब चैला ने ईशु नु जग़ाती कर ओनु केहले, “हे गुरु, का तनु चिन्ता कोनी कि अम्ही नाश हुले जऊं?”
तीन वारी मैं बैंता लारे कुटीला, हेक वारी माये उपर पत्थराव हुला, तीन वारी पाणीया आले जहाजा मां मैं चढ़ला हुता भान्ती गेले, हेक वारी रात-ङिओ मैं समुन्दरा मां बिताला।