25 मैं तम्हानु सच्च किहे पला कि अंगूरा चा रस ओ ङिओ तक कङी नी पिही, जब तक नरीकारा चे राज़ मां नवां ना पीयें।”
मैं तम्हानु किहे पला कि अंगूरा चा हा रस ओ ङिओ तक कङी नी पिही, जब तक तम्चे लारे आपणे ब़ा चे राज़ मां नवां ना पीयें।”
ते ओणे वानु केहले, “ईं वाचा चे माये ऊं लुहीं छै, जको ब़ोहता वास्ते बाहले जाये।
बल्ति वे भज़न गाती कर जैतून चे पहाड़ा उपर चाह्ले गेले।