कांकि मैं इन्साना चा पूत जिसड़े माये वास्ते लिखले गेले, जाये ही पला, पर ओ इन्साना उपर हाय! जाये जरिये मैं इन्साना चा पूत पकड़वाला जई। अगर ओ इन्साना चा जनम ही ना हुवीया, तां ओचे वास्ते भले हुते।”
ईशु ईं किहे ही पलता कि यहूदा जको ब़ारहा चैला महु हेक हुता, आपणे लारे प्रधान याजका ते शास्त्रीया ते बङका चे तरफु हेक बङी भीड़ गेहती कर तुरन्त आती पुज़ला, जको तलवारा ते ङांगा चली आले।