अखमीरी रोटी चे तेंहवारा चे पेहले ङिओ, जाये मां वे फसह चा बलिदान करते, ओचे चैला ने ओकनु पूछले, “तु किठे चाहवी कि अम्ही जती कर दुधे वास्ते फसह खाणे ची तियारी करु?”
कांकि पैसा चा लोभ सारीया प्रकार ची बिमारीया जा बुराई ची ज़हड़ छै। ऐ पैसे नु हांसिल करने ची कोशिस मां जाणे कितने तां विश्वास कनु भटकती कर आपणे आप नु नाना प्रकार चे ङुखा कनु छाणी बणाती नाखले।
वांचे उपर हाय! कांकि जेह्णे कैन चे मार्ग़ नु चुणती गेले, ते धन-दौलत ची लालच ची वजह वाणे वाहो गलती करली, जको बिलाम ने करली हुती। ते कोरह आलीकर विरोध करती कर नाश हुले।