5 वांचे महु जको ओठे भिले हुते, कुई-कुई किहुं लाग़ले, “ईं का करा पले, गाहड़ो चे ब़च्चे नु कां खोला पले?”
“सामणे चे गांवा मां जावा। ओठे पुज़ते ही हेक गाहड़ो ब़झली आली, ते विचे लारे ब़च्चे तम्हानु मिली। ओनु खोलती कर माये गोढु गेहती आवा।
वाणे जती कर ओ ब़च्चे नु ब़हार दरवाजे चे गोढु चौका मां ब़झले आले ङेखले, ते खोलु लाग़ले।
जिंवे ईशु ने केहले हुते, यूंही वाणे वानु केहती ङिले, तब लौका ने वानु जऊं ङिले।