11 ईशु ने वानु केहले, “जको कुई आपणी घराआली नु त्याग़ती कर ङुजी लारे बीहा करे तां ओ पेहली घराआली चे विरोध मां व्यभिचार करे,
ते मैं तम्हानु किहे पला, कि जको कुई व्यभिचार नु छोड़ती कुई नेरी वजह कनु आपणी घराआली नु त्याग़ती कर ङुजी लारे बीहा करे, ओ व्यभिचार करे, ते जको वे छोड़ली आली लारे बीहा करे, ओ वी व्यभिचार करे।”
बल्ति वे घरे वापिस आले ते चैला ने ऐ बारे मां ईशु कनु पूछले।
“जको कुई आपणी घराआली नु त्याग़ती कर ङुजी लारे बीहा करे, ओ व्यभिचार करे, ते जको कुई इसड़ी त्याग़ली हुली असतरी लारे बीहा करे, ओ वी व्यभिचार करे।
ऐवास्ते अगर मुणसा चे जीते-जी वा कुई नेरे मर्दा ची हुती जाये, ते वा व्यभिचारणी किहवावी, पर अगर मोणस मरती जाये, ते वा वे व्यवस्था कनु छुटती गेली, इठे तक कि अगर कुई ङुजे मर्दा ची हुती जाये तां वी व्यभिचारणी नी ठहरी।
सेर्फ घराआली नु ही आपणे शरीरा उपर अधिकार कोनी पर विचे मुणसा चा अधिकार छै यूंही सेर्फ मुणसा नु वी आपणे शरीरा उपर अधिकार कोनी पर ओची घराआली चा वी छै।
बीहा ची बात सम्मानित रिहो ते बीहा चे बीछाणे निष्कलंक रिहो, कांकि नरीकार व्यभिचारीया ते परअसतरी गामीया चा न्यां करी।