16 जब आथण हुले तब वे ओचे गोढु ब़ोहत से लौका नु आणले जाये मां दुष्टात्मा हुतीया, ते ईशु ने वा दुष्टात्मा नु वचना लारे काढ़ती छोड़ले, ते सब बिमारा नु ठीक करले।
जिसे बेले ईशु ने ङेखले कि लौक द्रोड़ती कर भीड़ लावी पले, तां ओणे अशुद्ध आत्मा नु ईं केहती कर दड़काले, “हे गूंगी ते बहरी आत्मा, मैं तनु आज्ञा ङिये पला, ऐचे महु निकलती आ, ते ऐचे मां दुबारा कङी घिरयो ना पली।”
सूरज डुब़ते बेले, जाये-जाये इठे लौक हर-प्रकार ची बिमारीया मां पले आले हुते, वे सब वानु ओचे गोढु गेहती आले, ते ओणे हेके-हेके उपर हाथ मेहलती कर वानु ठीक करले।
ते दुष्टात्मा वी चीकतीया ते हा केहतीया हुलीया कि, “तु नरीकारा चा पूत छी,” घणा महु निकलती गेलीया। पर ईशु वानु धमकाता ते ब़ोलु ना ङिता, कांकि वे जाणतीया कि ओ मसीह छै।