30 ऐवास्ते अगर नरीकार जंगला चे खड़ा नु, जको आज़ छै ते सुवारे भाड़ मां झोंकती ङिले जई, इसड़ी ओढ़णी घलावे, तां हे अल्पविश्वासी लौक, ओ तम्हानु ऐकनु बढ़ती कर कां नी घलावी?
ईशु ने तुरन्त आपणा हाथ आग़ु करती कर पतरस नु पकड़ती गेले ते ओनु केहले, “हे अल्पविश्वासी, तु कां शक्क करला?”
ईं जाणती कर, ईशु ने वानु केहले, “हे अल्पविश्वासी, तम्ही आपस मां कां विचार करा पले कि अम्चे कनु रोटी कोनी?
ईशु ने उत्तर ङिला, “हे अविश्वासी ते हठीले लौक, मैं कब तक तम्चे लारे रिही? कब तक तम्ची सेहता रिही? ओनु माये गोढु गेहती आवा।”
ईशु ने वानु केहले, “हे अल्पविश्वासी लौक, कां ङरा पले?” बल्ति ओ खड़ा हुती कर अन्धारी नु ते पाणीया नु दड़काले, ते सब शान्त हुती गेले।
ते वानु केहले, “तम्ही कां ङरा पले? का तम्हानु हमा तक विश्वास कोनी?”
ईं सुणती कर ईशु ने उत्तर ङिला ते वानु केहले, “हे अविश्वासी लौक, मैं कब तक तम्चे लारे रिही? ते कब तक तम्ची सेहता रिही ? ओनु माये गोढु गेहती आवा।”
ऐवास्ते अगर नरीकार जंगला चे खड़ा नु, जको आज़ छै ते सुवारे भाड़ मां झोंकती ङिले जई, इसड़ी ओढ़णी घलावे, तां हे अल्पविश्वासी लौक, ओ तम्हानु ऐकनु बढ़ती कर कां नी घलावी?
ईशु ने उत्तर ङिला, “हे अविश्वासी ते हठीले लौक, मैं कब तक तम्चे लारे रिही, ते तम्ची सेहता रिही? आपणे पूता नु इठे गेहती आ।”
बल्ति ईशु ने थोमे नु केहले, “आ आपणी आंगली नाख, ते माये हाथा नु ङेख। आपणा हाथ आणती कर माये पासे मां घाल। वहम करना छोड़ पर विश्वास कर।”
हे माये भऊ, चौकस रिहा, कि तम्चे मां इसड़े बुरे ते अविश्वासी मन ना हो जको जीते नरीकारा कनु दूर हुती जाये।
कांकि शास्त्र मां लिखले पले, “हर हेक बन्दे खड़ा चे आलीकर छै, ते ओची सारी शोभा खड़ा चे फूलां चे आलीकर छै, खड़ सूखती जाये, ते फूल झड़ती जाये।