ते सवेले किहा, ‘आज़ अन्धारी आवी, कांकि आसमान लाल ते धुंधला छै।’ तम्ही आसमाना चे लक्षण ङेखती कर ओचा भेद बावड़ सग़ा, पर समय चे चैन्हा चा भेद कां ना बावड़ सग़ा?
वे आपणे सारे काम लौका नु ङिखाणने वास्ते करी। वे आपणे तवीजा नु चौड़े करी ते जको ठोङा उपर ते हाथा उपर ब़ांधी, ते आपणे चोला चे कूणे बधावी, ताकि बन्दी वानु धर्मी समझो!
“जिसे बेले तु प्राथना करी, तां कप्पटीयां चे जिसड़ा ना हो, कांकि लौका नु ङिखाणे वास्ते कोनी प्राथनाघरा मां ते सड़का चे मोड़ा उपर खड़े हुती कर प्राथना करने वानु आच्छे लाग़े। मैं तम्हानु सच्च किहे पला कि वे आपणा फल पाती चुकले।
ईशु नु वानु केहले, “यशायाह भविष्यवक्ता ने तम्चे कप्पटीयां चे बारे मां हा भविष्यवाणी ब़ोहत ठीक करली, जिसड़े लिखले पले, “ ‘ईं लौक होठा लारे तां माया कद्दर करी, पर वांचे मन माये कनु दूर रिहे।
जब तु आपणी ही आंखी चा खम्बा ना ङेखी, तां आपणे भावां नु किवें केह सग़ी, ‘हे भऊ, रुकती जा मैं दुधी आंखी महु कख काढ़ती ङिये’? हे कप्पटी, पेहले आपणी आंखी महु खम्बा काढ़, तब जको कख दुधे भावां ची आंखी मां छै, ओनु आच्छी तरह ङेखती कर काढ़ सग़े।
ते अगर अम्ही मसीह चे प्रेरित हुवणे ची वजह तम्चे उपर बोझ नाख सग़ुया, तां वी अम्ही बन्दा कनु कद्दर ना चाहते, ते ना तम्हा कनु, ना नेरे काये कनु। पर जिंवे करती आई ब़ाला नु पालती पोसती रिहे, यूं करती अम्ही वी तम्चे बीच मां रेहती नरमाई ङिखाणली।