कांकि मैं तम्हानु सच्च किहे कि अगर तम्ची धार्मिकता, शास्त्रीया ते फरीसिया ची धार्मिकता कनु बढ़ती कर ना हो, तम्ही स्वर्ग़ चे राज़ मां कङी वी ना जा सग़ा।
पर अगर गन्दे कामा चे वजह तम्हानु कोटले मारले जाये, ते तम्ही ओनु सहन करा तां ते ऐचे मां बढ़ाई ची का बात छै? अगर तम्हानु तम्चे आच्छे कामा चे वास्ते सताले जाये तां नरीकारा चे सामणे बढ़ाई चे लायक छै।