32 पर मैं तम्हानु ईं किहे पला कि जको आपणी घराआली नु व्यभिचार चे सिवाय कुई नेरी वजह कनु तलाक ङिये, तां ओ विकनु व्यभिचार करवावे, ते जको कुई वे त्याग़ली आली लारे बीहा करे, ओ वी व्यभिचार करे।
पर मैं तम्हानु ईं किहे पला, कि जको कुई पराई असतरी नु बुरी नजरी लारे ङेखे, ओह आपणे मना मां ही विचे लारे व्यभिचार करती चुकला।
“जको कुई आपणी घराआली नु त्याग़ती कर ङुजी लारे बीहा करे, ओ व्यभिचार करे, ते जको कुई इसड़ी त्याग़ली हुली असतरी लारे बीहा करे, ओ वी व्यभिचार करे।
ते ङेखा, मूसा ते एलिय्याह, ये ङोन मर्द ईशु लारे बाता करी पलते।
तब ओ बदला महु हा अवाज आली, “हा माया पूत छै, ते माया चुणला आला छै, ऐची सुणा।”
ऐवास्ते अगर मुणसा चे जीते-जी वा कुई नेरे मर्दा ची हुती जाये, ते वा व्यभिचारणी किहवावी, पर अगर मोणस मरती जाये, ते वा वे व्यवस्था कनु छुटती गेली, इठे तक कि अगर कुई ङुजे मर्दा ची हुती जाये तां वी व्यभिचारणी नी ठहरी।
सेर्फ घराआली नु ही आपणे शरीरा उपर अधिकार कोनी पर विचे मुणसा चा अधिकार छै यूंही सेर्फ मुणसा नु वी आपणे शरीरा उपर अधिकार कोनी पर ओची घराआली चा वी छै।