कांकि मैं तम्हानु सच्च किहे कि अगर तम्ची धार्मिकता, शास्त्रीया ते फरीसिया ची धार्मिकता कनु बढ़ती कर ना हो, तम्ही स्वर्ग़ चे राज़ मां कङी वी ना जा सग़ा।
फरीसी खड़ा हुती कर आपणे मना मां यूं प्राथना करु लाग़ला, ‘हे नरीकार, मैं दुधा धन्यवाद करे पला, कि मैं नेरा बन्दा आलीकर अन्धेर करने आला, अन्यायी ते व्यभिचारी कोनी, ते ना ऐ चुंगी गेहणे आले चे बराबर छै।
तम्ही आपणे ब़ा शैताना ची ऊलाद्ध छिवा, ते आपणे ब़ा ची इच्छा नु पुरी करने चाहवा। ओ तां शुरु कनु हत्यारा छै, ते सच्च उपर कोनी रुकला, कांकि सच्च ओचे मां छै ही कोनी। जिसे बेले ओ कूड़ मारे, तां आपणे सुभाव लारे ही कूड़ मारे, कांकि ओ कूड़ा छै, बल्कि कूड़ा चा ब़ा छै।
ये बाते उपर फरीसिया चे दल महु कोच्छ विश्वासी लौक खड़े हुले ते केहले कि, “नेरीया जातिया नु खतना कराणे ची ते मूसा ची व्यवस्था उपर टुरणे ची आज्ञा ङेणी चाही छै।”
विश्वासा लारे ही नूह ने वां बाता चे बारे मां जको ओ बेले कोनी ङिसी पलतीया, चितावनी मिलणे उपर भग़ती लारे आपणे घराणे चे बचाव वास्ते जहाज बणाला। ऐचा नतीजा हा हुला कि संसारा दोषी ठहराला गेला ते नूह धार्मिकता चा वारिस हुला, जको विश्वासा लारे हुवे।
ऐचे कनु नरीकारा ची ऊलाद्ध ते शैताना ची ऊलाद्ध जाणली जाये, जको कुई धर्म चे काम ना करी ऊं नरीकारा कनु कोनी, ते ना ऊं जको आपणे भावां ते ब़ेहणीया लारे प्रेम ना राखी।