“ङेखा, हा माया सेवक छै, जानु मैं चुणले। हा माया प्यारा छै, जाये कनु माये मन खौश छै। मैं आपणी आत्मा ओचे मां नाखी, ते ओ सारीया जातिया नु, न्यां चा समाचार ङी।
जिसे बेले अम्ही बन्दा ची ग़वाही नु मनती गिहुं, ते नरीकारा ची ग़वाही तां ऐचे कनु ब़ोहत बढ़ती कर छै। ते नरीकारा ची ग़वाही हा छै, कि ओणे पूता चे बारे मां ग़वाही ङिली।
ते स्वर्ग़ कनु मैं हेक इसड़ा शब्द सुणला, जको पाणीया चा पछाड़ा ते बदला चे गरजणे ची अवाजी आलीकर हुता। ते जको शब्द मैं सुणला, ओ इसड़ा हुता, मनाकि वीणा बजाणे आले जिंवे वीणा बजावी पले।