55 ओ समय ईशु ने भीड़ नु केहले, “का तम्ही तलवारा ते ङांगा चती कर मनु ङाकु जाणती कर पकड़ने वास्ते निकड़ले छिवा ? मैं हर ङिओ मन्दरा मां ब़ेसती कर उपदेश ङिता रेहता, ते तब तम्ही मनु कोनी पकड़ले।
ओ मन्दरा मां जती कर उपदेश करे पलता, तां प्रधान याजका ते लौका चे बङका ने ओचे गोढु आती कर पूछले, “तु ईं काम काये अधिकारा लारे करी ? ते हा अधिकार तनु केहणे ङिला?”
बल्ति ईशु उठु उठती कर यरदन नदी चे पार यहूदिया ची हद्दी मां आला। भीड़ ओचे गोढु बल्ति भेली हुती गेली। ते ओ आपणी रीति चे अनुसार वानु बल्ति उपदेश ङिऊं लाग़ला।
बल्ति ईशु ने मन्दरा मां उपदेश ङिते बेले ऊंची अवाजी मां केहले, “तम्ही किहा कि मनु जाणा, ते ईं वी कि मैं किठला छै। पर मैं तां आपणे आप कोनी आला, मनु भेज़णे आला सच्चा छै। ओनु तम्ही ना जाणा।