9 “पर सियाणीया ने उत्तर ङिला, ‘हो सग़े अम्चे ते तम्चे वास्ते पुरे ना हो, भले तां ईं छै कि तम्ही बेचणे आला गोढु जती कर आपणे वास्ते मोल गेहती आवा।’
“ङेखा, मैं तम्हानु भेङा आलीकर भेड़िया चे बीच मां भेज़े पला, ऐवास्ते नाग़ा आलीकर ब़ुध्दिमान ते कबूतरा आलीकर भोले बणा।
वांचे महु पाँच लापरवाह ते पाँच सियाणीया हुतीया।
ते लापरवाह ने सियाणीया नु केहले, ‘आपणे तेला महु कहीं अम्हानु वी ङिया, कांकि अम्चीया मशाला ब़िझलीया जई।’
“ऐवास्ते जको कुई माया ये बाता सुणती कर मने, ऊं ओ समझदार इन्सान आलीकर हुवी जेह्णे आपणे घर चट्टान चे उपर बणाले।
ऐवास्ते आपणी ये बुराई कनु मन फिराती कर प्रभु कनु प्राथना कर, हो सग़े दुधे मना चा विचार माफ करला जाओ।