5 जिसे बेले बीन्दा चे आणे ची देर हुली, तां वे सारीया ऊंघु लाग़ीया, ते नूहती रेहलीया।
पर अगर ओ दुष्ट दास सोचु लाग़ो, ‘माये मालिका चे आणे मां देर छै।’
“घणे ङिहां चे बाद वां दासा चा मालिक आती कर वाकनु लेखा गिहुं लाग़ला।
पर सियाणीया ने आपणीया मशाला लारे आपणीया कुप्पिया मां तेल वी भरती गेले।
“आधी राती नु धोम्म मचली, ‘ङेखा, बीन्द आवे पला, ओचा दर्शन करने वास्ते चाला।’
बल्ति ओ चैला चे गोढु आतीकर वानु नूहले आले ङेखले ते पतरस नु केहले, “का तम्ही माये लारे हेक घड़ी वी ना जाग़ सग़ले?
तब ओणे आती कर वानु बल्ति नूहले आले ङेखले, कांकि वांचीया आंखी नीङे लारे भरलीया पलतीया।
ते बन्दी जकरयाह याजक चा इन्तजार करती रेहली ते अचम्भा करला कि ओनु मन्दरा मां इतनी देर कां लाग़ली?।
पर अगर ओ दास सोचु लाग़ो, ‘माये मालिका चे आणे मां देर छै,’ ते दास दासीया नु मारु कोटु लाग़ो, ते खाणे-पीणे ते पियक्कड़ हुं लाग़ो।
मैं तम्हानु किहे पला, ओ तुरन्त वांचा सच्चा न्यां चुकावी। तां वी मैं इन्साना चा पूत जिसे बेले आवी, तां का मैं धरती उपर विश्वास ङेखी?”
तब ओ लौका नु हा मिसाल किहुं लाग़ला, “कुई इन्साना ने अंगूरा ची बाड़ी लाली, ते जमींदारा नु विचा ठेका ङिती ते घणे ङिहां वास्ते प्रदेस चाह्ला गेला।
ते समय नु पिछाणती कर इसड़े ही करा, ऐवास्ते कि हमा तम्चे वास्ते नीङे कनु सुज़ाक हुवणे ची घड़ी आती पुज़ली, कांकि जिसे बेले अम्ही विश्वास करला हुता, ओ समय चे हिसाबा लारे अम्चा उद्धार गोढु छै।
कांकि जको ज्योति छै वा सारा नु सोज़ले ङिये, ऐवास्ते ईं केहले गेले, “हे नूहले आले जाग़, ते मुड़दा महु जीता हुती ऊठ, ते मसीह ची ज्योति तम्चे उपर चमकी।”
सचेत हुवा ते जाग़ते रिहा कांकि तम्चा विरोधी शैतान गरजणे आले शेरा आलीकर ईं सोता रिहे कि कानु फाड़ती खाये
पर हव्वे, जको तम्चे गोढु छै विनु माये आणे तक थामली रिहा।