8 ये सब बाता ङुखा ची शुरुआत हुवी।
कांकि जाति उपर जाति, राज़ उपर राज़ चढ़ाई करे। ते भूकम्प हुवे, ते अकाल पड़े। ईं ङुखा ची शुरुआत हुवी।
पर यां सब बाता कनु पेहले वे माये नांवा ची वजह तम्हानु पकड़े, ते सतावे, ते प्राथनाघरा मां सोंपे, ते कैदखाने मां नखवावे, ते राजा ते हाकिमा चे सामणे गेहती जाये।
जब लौक किही, कि शान्ति छै, कि कहीं वी ङर कोनी, ते वांचे उपर हेकदम विनाश आती पड़ी, जिंवे करती गर्भवती उपर दर्द हुवे , ते वे किसी रीति लारे नी बचे।
हे धनवानु सुणती तां गिहा, जको क्लेश तम्चे उपर आणे आला छै, ओचे वास्ते रोवा ते जोरा आलीकर रौल मचाती कर रोवा।