24 हे अन्धे अग़ुवे, तम्ही पाणीया महु माच्छरा नु तां छाणती नाखा, पर ऊंठा नु निग़लती जावा।
वानु जऊं ङिया, वे अन्धे मार्ग़दर्शक छी। ते अगर अन्धा, अन्धे नु मार्ग़ ङिखाणे तां ङोनी ही खङे मां ढेती पड़े।”
तम्हानु बल्ति किहे पला कि नरीकारा चे राज़ मां धनवान चे जाणे कनु ऊंठा चे सुई चे दुक्का महु निकलती जाणे आसान छै।”
“हे अन्धे अग़ुवे, तम्चे उपर हाय! जको किहा कि ‘अगर कुई मन्दरा ची कसम खाये तां कोच्छ कोनी, पर अगर कुई मन्दरा चे सोने ची कसम खाये तां ओचे लारे ब़झती जाये।’
जब दुधी ही आंखी मां खम्बा छै, तां तु आपणे भावां नु किवें केह सग़ी, ‘आण मैं दुधी आंखी महु कख काढ़ती ङिये?’
बल्ति यहूदी नेता ईशु नु काइफा चे गोढु किले सनु गेहती गेले, ते सवेले चा समय हुता, पर वे आप किले चे भीतर कोनी गेले कि अशुद्ध ना हुं पर फसह चा तेंहवार खा सग़ु।
तब वाणे बल्ति रौल मचाती कर केहले, “ऐनू ना! पर अम्चे वास्ते बरअब्बा नु छोड़ती ङे!” ते बरअब्बा ङाकु हुता।
पर धरती ने वे असतरी ची सहायता करली, ते आपणे मुँह खोलती कर वे नदी नु जको अजगर ने बाहली हुती, पीते गेहले।