बल्ति ओ थोड़ा नेरा उग़ते बधती कर मुँहा चे भराणे ढेला, ते हा प्राथना करली, “हे माया ब़ा, अगर हो सग़े तां हा मुंगर माये कनु टलती जाओ, तां वी जिसड़े मैं चाहवे उसड़े ना, पर जको तु चाहवी उसड़े ही हो।”
येही रीति लारे आत्मा वी अम्ची दुर्बलता मां सहायता करे, कांकि अम्ही ना जाणु कि, प्राथना किसी रीति लारे करना चाही छै, पर पवित्र आत्मा आप ही इसड़ीया ङुसकीया भरती-भरती कर बियाना कनु ब़ाहर छै, अम्चे वास्ते बिनती करे।