3 तब फरीसी ओची परीक्षा गेहणे वास्ते आती कर किहुं लाग़ले, “का हर हेक वजह कनु आपणी घराआली नु त्याग़णे वाजिब छै?”
फरीसी ते सदूकिया ने गोढु आती कर ईशु नु परखणे वास्ते ओनु केहले, “अम्हानु स्वर्ग़ा चा कुई चैन्ह ङिखाण।”
वांचे महु हेक व्यवस्थापक ने ओनु परखणे चे वास्ते ओकनु पूछले,
तब फरीसी ओची परीक्षा गेहणे वास्ते आती कर ओकनु पूछले, “का ईं वाजिब छै कि मर्दा चे आपणी घराआली नु त्याग़णे?”
तां वाणे ओनु बाता मां फसाणे वास्ते कोच्छ फरीसिया ते हेरोदियां नु ओचे गोढु भेज़ले।
अम्ही ङिऊं, जा ना ङिऊं?” ओणे वांचा कप्पट जाणती कर केहले, “मनु कां परखा? हेक चान्दी चा सिक्का माये गोढु आणा कि मैं ओनु ङेखे।”
ईशु नु परखणे चे वास्ते वाणे हा बात ओकनु पूछली, कि ऐचे उपर दोष लावणे वास्ते कुई बात मिलती जाओ। ते ईशु पग़्ग़ा चे भराणे हुला ते भोंये उपर आंगली लारे लिखु लाग़ला।
जाया बीहा हुती गेला वानु मैं ना बल्कि प्रभु आज्ञा ङिये कि घराआली आपणे मुणसा कनु अलग़ ना हो।
जिठे तम्चे ङाङा-ब़ा ने चालीस साला तक माये महान कामा नु ङेखणे चे बाद वी, चुनौती ङिते हुले मनु परखले हुते।