31 ईशु ने तुरन्त आपणा हाथ आग़ु करती कर पतरस नु पकड़ती गेले ते ओनु केहले, “हे अल्पविश्वासी, तु कां शक्क करला?”
पर तेज हवाई नु ङेखती कर पतरस ङरती गेला, ते जिसे बेले ब़ुङु लाग़ला तां धाड़-धाड़ करती कर केहले, “हे प्रभु मनु बचा!”
जिसे बेले वे ब़ेड़ी उपर चढ़ती गेले, तां हवा रुकती गेली।
ईं जाणती कर, ईशु ने वानु केहले, “हे अल्पविश्वासी, तम्ही आपस मां कां विचार करा पले कि अम्चे कनु रोटी कोनी?
ओणे वानु केहले, “आपणे विश्वास ची कमी ची वजह, कांकि मैं तम्हानु सच्च किहे पला, अगर तम्हानु राई चे ङाणे चे बराबर वी विश्वास हो, तां ऐ पहाड़ा नु केह सग़ा, ‘इठु सरकती कर ओठे चाह्ला जा’ तां ओ चाह्ला जई, नेरी कुई बात तम्चे वास्ते असम्भव नी हुवी।
ऐवास्ते अगर नरीकार जंगला चे खड़ा नु, जको आज़ छै ते सुवारे भाड़ मां झोंकती ङिले जई, इसड़ी ओढ़णी घलावे, तां हे अल्पविश्वासी लौक, ओ तम्हानु ऐकनु बढ़ती कर कां नी घलावी?
ईशु ने वानु केहले, “हे अल्पविश्वासी लौक, कां ङरा पले?” बल्ति ओ खड़ा हुती कर अन्धारी नु ते पाणीया नु दड़काले, ते सब शान्त हुती गेले।
तब ओणे लारे जती कर विचा हाथ पकड़ती कर विनु उठाणले, ते विचे बुखार उतरती गेले, ते वा वांची सेवा-टहल करु लाग़ली।
ईशु ने ओचे उपर तरस खाती कर हाथ बढ़ाला, तां ओनु छूले ते केहले, “मैं चाहवे तु शोद्ध हुती जा।”
मैं तम्हानु सच्च किहे पला कि जको कुई ऐ पहाड़ा नु किहे, ‘तु उखड़ती जा, ते समुन्दरा मां जती पड़,’ ते आपणे मना मां शक्क ना करा, बल्कि विश्वास करा कि जको किहे पला ऊं हुती जई, तां ओचे वास्ते ऊंही हुवी।
पर तम्ही जावा, ते ओचे चैला नु ते पतरस नु किहा कि ओ तम्चे कनु पेहले गलील मां जाये पला, जिंवे ओणे तम्हानु केहती ङिले हुते, तम्ही उठी ओनु ङेखा। ”
ते वानु केहले, “तम्ही कां ङरा पले? का तम्हानु हमा तक विश्वास कोनी?”
ओणे छुवेरी चा हाथ पकड़ती कर विनु केहले, “तलीता कुमी!” जाया मतलब छै, “हे छुवेर, मैं तनु किहे, ऊठ!”
भेले हुले आला ने केहले, “प्रभु सच्चमां जीता हुती गेला, ते ओ शमौन नु ङिसला।”
ते चंगा करने वास्ते तु आपणा हाथ बधा कि चैन्ह ते अदभोत काम दुधे पवित्र सेवक ईशु चे नांवा लारे करले जाओ।”
सो मैं चाहवे, कि हर जग़हा मर्द बिना गुस्से ते बहस-बाजी चे पवित्र हाथा नु चती कर प्राथना करले करो।
तम्ची रखवाली नरीकारा ची शक्ति लारे, विश्वास चे लारे ओ उद्धार वास्ते, जको आणे आले समय मां उजागर हुवणे आली छै, करली जई।